रंगीला बाबा का खेल FOR DUMMIES

रंगीला बाबा का खेल for Dummies

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विजयादशमी पर मोहन भागवत के भाषण की तीन बातें और उनके राजनीतिक मायने

उन्होंने कहा, "आपने संगीत का क़त्ल कर दिया है, उसे दफ़नाने जा रहे हैं.

योगगुरु स्वामी रामदेव ने लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं दी. साथ ही बीते दिनों खाने में थूकने और पेशाब की घटनाओं पर प्रतिक्रिया दी है.

जहां तक मुझे पता है फॉर्म भरते समय, जमा करते समय चाहिए, वाराणसी में जो नियम है क्या पूरे भारत में भी वही नियम है क्या? अगर ये ही है तो अवगत करवाइयेगा."

कई लोगों ने ख़ुद अपनी बेटियों और बीवीयों को क़त्ल कर दिया कि वो ईरानी सिपाहियों के हत्थे न चढ़ जाएं.

इसके बावजूद ये इस क़दर मशहूर है कि हिंदुस्तान की सामूहिक याद्दाश्त का हिस्सा बन गया है.

विजयादशमी पर मोहन भागवत के भाषण की तीन बातें और उनके राजनीतिक मायने

कथकली नृत्य करने वाले कलाकार के चेहरे पर भाव के अनुसार भारी रंगीन मेकअप होता है. रावण की दक्षिण भारतीय परंपरा दिखाने के लिए ऊंचा मुकुट, भारी कुंडल भी उसके व्यक्तित्व का हिस्सा बनते हैं. इसके बाद मंच पर कथकली नृत्य के जरिए युद्ध का जो रंग निखरकर आता है, ऐसा लगता है कि वाकई आप रणभूमि में हैं.

'राम राज बैठे त्रैलोका, हर्षित भए गये सब सोका' का असल मतलब क्या है, इसे जानना-समझना है तो आपको भी श्रीराम भारतीय कला केंद्र की उसी दर्शक दीर्घा का हिस्सा बनना होगा, जो लवकुश के साथ राम धुन गाती more info है और रामकथा सुनते-सुनते जिसकी आंखें भर आती हैं. फिर यही भीड़ देवताओं की कतार के साथ बैकुंठ पहुंचती है और उनके साथ 'जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता । गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिधुंसुता प्रिय कंता.

यही नियम इतिहास और मानवीय समाज पर भी लागू होता है कि जिस चीज़ को जितनी सख़्ती से दबाया जाता है वो उतनी ही ताक़त से उभरकर सामने आती है इसलिए औरंगज़ेब के बाद भी यही कुछ हुआ और मोहम्मद शाह के दौर में वो तमाम कलाएं अपनी पूरी ताक़त के साथ सामने आ गईं जो उससे पहले दब गईं थीं.

अब किसी का कोई और परिचय था ही नहीं, वहां हर बाला सीता थी और हर बच्चा राम था. 'सिया राम मैं सब जग जानी...' को मंच पर एक नाटिका के जरिए जीवंत होते देखा जा सकता था.

अकसर इतिहास के हवालों के मुताबिक उस दिन तीस हज़ार दिल्ली वालों को तलवार के घाट उतार दिया गया. आख़िर मोहम्मद शाह ने अपने प्रधानमंत्री को नादिर शाह के पास भेजा.

इसराइल के लेबनान में हमले से नेतन्याहू के अगले कदम के बारे में क्या पता चलता है?

‘उसका कॉल आया था…’, जिम मालिक हत्याकांड में गिरफ्तार गैंगस्टर हाशिम बाबा का बड़ा खुलासा, सुनकर चौंकी पुलिस

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